
बच्चे का रोजाना मालिश उसे शारीरिक और मानसिक तौर पे मजबूती प्रदान करता है। मालिश के बाद बच्चे को बेहतर नींद आती है। उनकी रोगों से लड़ने की क्षमता बेहतर होती है और दिमाग का भी सम्पूर्ण विकास होता है। इसलिए हर दिन बच्चे की मालिश जरूरी है। आईये जाने की मालिश कैसे करें :-
- मसाज से पहले बेबी को दूध ना पिलाएं क्योंकि मसाज के दौरान पेट पर मालिश से बच्चे के मुहँ से दूध निकलने का डर रहता है ।
- मालिश तब करें जब बेबी जाग रहा हो ना की उसके सोने के बाद ।
- याद रखें तेल वो ही यूज़ करें जो की बेबी को सूट करे ।
- जमीन पर बैठ कर अपने पैर लम्बे कर बैठें और पैरों पर बेबी को लिटाकर उसके सिर से लेकर पैरों तक मालिश करें। बच्चे के पेट पर तेल लगाकर हलके हाथीं से मालिश करें ।
- बेबी के पैरों को पकड़ कर उन्हें हलके से पेट की तरफ मोडें, बच्चे के
सिर को पकड़कर हलके हाथों से मालिश करें
- बेबी के कान को अंगूठे और ऊँगली के बीच से पकड़कर हलके से मालिश करें।
- चेहरे पर दिल के आकार में मालिश करते हुए लायें और ठुड्डी में दोनों उँगलियों को मिलाते हुए मसाज करें हल्के हाथ को बच्चे के छाती पर रख कर, कंधे से छाती तक मसाज करें ।
- नाक, जबड़ा,गाल और आँखों के ऊपर हलके से मसाज करें ।
- बेबी के कलाई को पकड़कर उसके हाथों को हलके- हलके मसाज करें।
- बच्चे को पीट के बल लिटाकर उसके पीठ को मसाज करें ,उसके दोनों हाथ बगल में ना होकर सिर के तरफ रखें ।
- बच्चे के दोनों हाथों को पीछे लाकर गर्दन से कुल्हे तक मालिश करें ।उसके क्रोस तरीके से पीठ , जांघ से कुलके तक मालिश करें ।
- बच्चे की मालिश कम-से-कम 30-40 मिनट तक करें, ताकी उसे हल्का महसूस हो और वो चैन से सो जाये ।