यूरिन इन्फेक्शन जिसे इंग्लिश में UTI (यूरिन ट्रैक्ट इन्फेक्शन) कहा जाता है, पब्लिक टॉयलेट यूज करने,पेशाब को अधिक देर तक रोक कर रखने से ये बीमारी हो सकती है। सबसे पहले जानते हैं की UTI है क्या ?चाहे वो स्त्री हो या पुरुष सभी को हर २-३ घंटे में पेशाब जाना पड़ता है, जिससे हमारे शरीर के विषाणु पेशाब के द्वारा बाहर निकल जाते हैं अगर हम किसी कारणवश ज्यादा देर तक पेशाब नहीं जा पाए तो अन्दर ही अन्दर इन विषाणुओंकी शन्ख्या बढती जाती है और यही यूरिन इन्फेक्शन का कारण बनते हैं। ये समस्या पुरुषों से ज्यादा महिलाओं को होता है
य़ूटीआई के प्रमुख लक्षण :-
1.मूत्र का बार बार आना।
2.मूत्राशय में जलन।
3.पेशाब कंट्रोल न कर पाना।
4.कंपकंपाहट के साथ बुखार आना।
5.पेशाब का रंग पिला आना और उससे बदबू आना।
6.कमजोरी और थकान महसूस होना।
य़ूटीआआई से बचने के उपाय;-
1.पब्लिक टॉयलेट कम यूज करें,पहले फ्लश चलालें फिर यूज करें और अगर ज्यादा गन्दा है तो उसे अवॉयड कर सकते हैं।
2.मीटिंग हो या पब्लिक प्लेस जहाँ पर टॉयलेट की सुविधा नहीं होती कोशिश करें की पेशाब ज्यादा देर तक न रोकना पड़े।
3.प्राइवेट पार्ट को साफ कने के लिए हम क्रीम या हेयर रिमूवल का इस्तमाल करते हैं, जिससे कई बार इन्फेक्शन हो जाता है इसलिए वही क्रीम इस्तेमाल करें जो आप को सूट करे।
4.सेक्स के बाद पेशाब करें और योनी को जरुर धोएं,इससे योनी में मौजूद विषाणु साफ हो जायेंगे।
5.इस बीमारी में ज्यादा से जादा पेशाब आना चाहिए, इसलिए दिन में कम से कम 8-10 गिलास पानी जरुर पियें जिससे पेशाब बार- बार आये और मूत्राशय साफ रहे।
6.हमेशा कोटन के अंडरवियर पहने जिससे त्वचा ड्राई बनी रहे और बेक्टीरिया न पनप सके।
7.महिलाएं और दिनों की अपेक्षा पीरियड के दिनों में साफ सफाईशेष ध्यान रख्यें