
नवजात बच्चों में टीकाकरण का महत्व
नवजात बच्चों का टीकाकरण बेहद जरुरी है, ताकि उनका शरीर रोगो से लड़ने के काबिल हो। टीकाकरण बच्चों को रोगों से बचने का सबसे प्रभावशाली तरीका है। अक्सर देखा जाता है की कई मायें इस बात को लेकर संशय में रहती हैं की कौन से टीके कब लगाया जाए। जो पहली बार माँ बनी हैं ,उसके लिए तो ये बेहद मुश्किल हो जाता है। ये बात सही है की नवजात बच्चा जब तक अपनी माँ का दूध पिता है, तब तक बच्चे को माँ के दूध के जरिये माँ की एंटीबॉडीज मिलता है. जो उसके शरीर को रोगों से लड़ने के काबिल बनाता है। लेकिन बच्चे के शरीर में भी रोगप्रतिरोधक क्षमता विकसित करना बेहद जरुरी है. ताकि जब वो माँ दूध छोड़ दे तब उसका शरीर अपने आप एंटीबाडीज बनाने लगे। इसके लिए जरुरी है इसकी शुरुआत टीके के रूप में पैदा होते ही शुरू हो जाना चाहिए। इसके लिए जरुरी है की माता-पिता इस बात का ध्यान रखें की कौन सा टीका कब लगना है।बच्चे की अच्छी सेहत और समुचित विकास के लिए उसका सही देखभाल बेहद जरुरी है।
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ये टीके बच्चो को लगाए जाते हैं टीकाकरण में
तपेदिक (टी.बी.)
काली खाँसी
हेपेटाइटिस ए
डिप्थीरिया
रुबेला
पोलियो
खसरा
हेपेटाइटिस बी
टाइफाइड
टिटनेस
जठरांत्र शोथ या गैस्ट्रोएंट्राइटिस (रोटावायरस)
हम इसके लिए एक चार्ट यहाँ दे रहे हैं इसे जरूर देखें
टीका लगाने के बाद बच्चों को बुखार क्यों आता है ?
अक्सर देखा जाता है की टीका लगाने के बाद बच्चों को बुखार आ जाता है। हलांकि जरुरी नहीं की सभी बच्चों को बुखार आये,बहुत से बच्चों को बुखार नहीं होता। जरूरी नहीं की हर बार बुखार नेगेटिविटी फैलता है, कई बार बुखार से अच्छी बातें भी होती है। टीके के बाद होने वाले बुखार अपने साथ बहुत सी अच्छी बातें भी ले आती है।
- बुखार में बच्चे के शरीर का तापमान बढ़ जाता है। ये टीके बच्चों के शरीर को रोगों से लड़ने के लिए शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित करते हैं।
- बच्चे को बुखार होने पर शरीर में खून की श्वेत रक्त कणिकाएं सक्रिय हो जाती हैं, जिससे बच्चा और हेल्दी हो जाता है।
- बचपन में टीके लगाने से बच्चे का शरीर शुरू से हीरोगों के लिए स्वयं ही रोग-प्रतिरोधक क्षमता विकसित कर लेता है।
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टीकाकरण के बाद बच्चों को होने वाली परेशानियां
टीका लगने के बाद ज्यादातर बच्चों को बुखार आ जाता है। ऐसे में माता-पिता घबरा जाते हैं, लेकिन ये सामान्य है। टीका लगने के बाद हल्का बुखार या अन्य कोई परेशानी आये तो ना घबराएं। टीकाकरण के बाद बच्चों को ये परेशानी हो सकती है।
- बच्चा दर्द में लगातार रोता रहता है।
- बच्चे को हल्का-फुल्का बुखार आ जाता है।
- टीका लगे जगह पे लाल होकर सूजन हो जाता है। जो धीरे-धीरे अपने आप ठीक हो जाता है।
- दर्द इतना ज्यादा होता है की, बच्चा ठीक से खा पी भी नहीं सकता।
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टीकाकरण के बाद होने वाले दर्द को इस तरह कम करें
- सुई लगने वाले जगह पर हुए सूजन और दर्द को कम करने के लिए उस जगह को गुनगुने पानी में कपड़ा या रुई से हल्के हाथों से सिकाई करें।
- टीकाकरण से पहले और बाद में बच्चे को स्तनपान जरूर करवाएं,इससे बच्चे को कम दर्द महसूस होगा।
ऐसी स्थिति में तुरंत डॉक्टर को दिखाएं
अगर बच्चे को हल्का बुखार आ जाए तो कोई बात नहीं, लेकिन अगर ये ज्यादा तेज हो तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं। कभी-कभी तेज बुखार में बच्चे को दौरे भी पड़ सकते हैं, ऐसी स्थिति में बिल्कुल भी देरी ना कर डॉक्टर से संपर्क करें।