
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार 14 जून को विश्व रक्तदान दिवस मनाया जाता है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के अनुसार हमारे देश में हर साल करीब 5 करोड़ यूनिट रक्त की जरुरत होती है। जबकि इसका आधा ही यानि की सिर्फ 2.5 करोड़ यूनिट ही उपलब्ध है। हमारे देश की जनसँख्या के अनुसार इसका सिर्फ 5% ही रक्तदाता स्वेच्छिक हैं, क्योंकि ज्यादातर समझते हैं कि रक्तदान से शरीर में खून की कमी हो जाती है या अन्य बीमारियाँ जल्दी आ जाती हैं। जबकि ऐसा कुछ भी नहीं होता है, आप जो ब्लड डोनेट करते हैं, उसकी भरपाई तो 24 घंटे के अन्दर ही हो जाती है और बाकी की गुणवत्ता की पूर्ति 21दिन के भीतर हो जाती है।
ब्लड डोनेट क्यों करना चाहिए
- हमारे देश में रोजाना लगभग 40,000 लोगों को ब्लड की आवश्यकता होती है, जो की उन्हें नहीं मिल पाता और ये लोग ब्लड की कमी के कारण मर जाते हैं ।
- हर साल करीब 10 लाख लोगों को कैंसर के लिए ब्लड की जरुरत होती है, इस का इलाज कीमोथेरेपी के दौरान भी ब्लड की जरुरत होती है।
- रोजाना की सड़क एक्सीडेंट में भी बहुत ज्यादा ब्लड बह जाता है, इस कमी को पूरा करने के लिए भी ब्लड की जरुरत होती है।
- कई बीमारियाँ जैसे शरीर में खून का ना बनना या कम बनना, इस परिस्थिति में इन लोगों को खून बाहर से दिया जाता है। जिस कारण भी हमें ब्लड डोनेट करना चाहिए।
- रक्तदान से पहले कई प्रकार के शारीरिक टेस्ट किया जाता है, जैसे हीमोग्लोबिन,बी पी आदि की मुफ्त टेस्ट हो जाती है। जो की हम आमतौर पर करवाते नहीं हैं। यदि कोई समस्या है तो आपको उस कमजोरी के बारे में भी पता चल जाता है।
ब्लड डोनेट से हम सिर्फ दूसरों की जिंदगी ही नहीं बचाते, बल्कि इससे हमरे शरीर को भी कई बीमारियों से बचाया जा सकता है। ब्लड निकालने के दौरान कोई दर्द भी नहीं होता।ये सिर्फ 10-12 मिनट का काम होता है, इससे शरीर में कोई निशान भी नहीं आता। ब्लड डोनेट से हमारे शरीर को क्या फायेदे होते हैं जाने :-
- सबसे पहला तो ये है की हमारे शरीर में रक्त बनने की प्रक्रिया हमेशा और लगातार चलती रहती है। रक्तदान से शरीर को कोई भी नुक्सान नहीं पहुँचता।ब्लड डोनेट से शरीर में बिमारीयां आ जाती हैं, ये सिर्फ लोगों की फैलाई गयी या मनगढ़त बातें हैं।
- ये एक फैलाई हुई गलत फ़हमी है की ब्लड डोनेट से कैंसर हो सकता है, बल्कि इसके बिलकुल उलट रक्तदान से कैंसर और अन्य कई घातक बीमारियों से बचा जा सकता है। क्योंकि ब्लड डोनेट से शरीर में मौजूद विषैले पदार्थ बाहर निकलते रहते हैं।
- अगर आप नियमित ब्लड डोनेट करते हैं तो आप का वजन भी नहीं बढ़ता और आप फिट रहते हैंं।
- अगर शरीर में आयरन की मात्रा बढ़ जाए तो इससे किडनी और लीवर खराब होने का खतरा बना रहता है। ब्लड डोनेट से ये बैलेंस बना रहता है, इससे किडनी और लीवर भी हेल्दी रहते हैं।
- ब्लड डोनेट से अग्नाशय से सम्बंधित और हार्ट प्रोब्लेम्स होने के चांसेस कम हो जाते हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार इससे हार्ट प्रोब्लेम्स के 88% चांसेस कम हो जाते हैं।
- ब्लड डोनेट के बाद बोनमैरो नए ब्लड सेल्स बनाता है। इससे शरीर को नए ब्लड सेल्स तो मिलते ही हैं, साथ ही शरीर में तंदरुस्ती भी आ जाती है।
- शरीर में मौजूद मोटे रक्त से कई प्रकार की बीमारियाँ होती हैं। रक्तदान के बाद ये पतला हो जाता है, जिससे कई प्रकार की बीमारियों से बचा जा सकता है।
- रक्तदान के बाद मिलने वाले फ्री जलपान या जूस का गिलास भला कौन छोड़ना चाहेगा ।
- रक्तदान करें और इससे होने वाले फायेदे दोस्तों और रिश्तेदारों को भी बताएं, ताकि वो भी रक्तदान करें।
- रक्तदान से एक प्रकार की अत्मसंतुस्टी भी मिलती है की आप के ब्लड से किसी की जान बाख तो जायेगी ।