
जब 2 लोग शादी करते हैं तो ये उनके जीवन की एक नयी शुरुआत होती है। फिर चाहे वो लव मैरिज हो या अरेंज मैरिज,शादी उनके जीवन को एक स्थायित्व प्रदान करता है। फिर ऐसा क्या कारण है की शादी के कुछ सालों बाद ही महिलाएं आपने पति को धोखा देती हैं। ऐसा नहीं की सिर्फ महिलाएं ही अपने पार्टनर को धोखा देती हैं, जबकि चीटिंग के मामले में पुरुष कहीं आगे हैं। एक सर्वे के अनुसार 60 % पुरुष और 40 % महिलाएं अपने पार्टनर को लाइफ में कभी ना कभी धोखा जरूर देती हैं। इनमे सेक्स के अलावा भी कई कारण होते हैं। लेकिन हम यहाँ सिर्फ महिलाओं की बात करेंगे। चीटिंग सिर्फ अरेंज मैरिज में ही नहीं होता,लव मैरिज में भी होता है। ये वही प्रेमी जोड़ा है जो शादी से पहले एक दूसरे के साथ 7 जन्मों तक जीने मरने की कसमे खाते थे,फिर ऐसा क्या हो गया जो शादी के कुछ साल बाद ही अपने पार्टनर को चिट करने की नौबत आ गयी। अगर आपके महिला पार्टनर ने आपको चिट किया है और वो पकड़ी गयी तो, वो चीटिंग के बहुत से कारण गिना देगी जैसे की उसका पार्टनर उस पर ध्यान नहीं देता,उसकी तारीफ़ नहीं करता ,उनकी सेक्स लाइफ अच्छी नहीं है आदि आदि ।
महिलाएं किस कारण अपने पार्टनर को चीट करते हैं
- प्रेमिका ना होकर पत्नी होना:- विवाह के बाद महिला पत्नी बनती है और फिर माँ। बच्चे पैदा होने के बाद शरीर थोड़ा ढ़ल जाता है या थोड़ा फैटी हो जाता है। पुरुषों को उनमे पहले वाली प्रेमिका नजर नहीं आती और वे उसे इग्नोर करने लगते हैं। जबकि बच्चे पैदा होने के बाद महिला की सेक्स की इच्छा ख़तम तो नहीं हो जाती। कई मामले में तो ये और बढ़ जाती है। अगर पुरुष इस पर ध्यान ना दे तो वो अपने आप को अकेला महसूस करने लगती है। ऐसे में अगर कोई पर पुरुष समय की स्थिति को भांपकर उक्त महिला को बहला-फुसला कर मौके का फायदा उठान चाहे, तो महिला उसे पास चली जाती है।
- ज्यादा बिजी होना :-शादी के बाद पुरुष के ऊपर ज्यादा जिम्मेदारी आ जाती है। पहले जहां वो अकेला था वहीँ अब वे 2 हो गए हैं। आगे बच्चे भी होंगे। इसलिए ऑफिस में वो ज्यादा काम करता है, ताकि वो अपने परिवार को एक बेहतर भविष्य दे सके। लेकिन इन सबके बीच कहीं ना कहीं वो अपने जीवनसाथी पर ज्यादा ध्यान नहीं दे पाता। घर और दफ्तर के बीच फंसा रह जाता है। दफ्तर से देर रात थका हारा आता है और खाना खाकर सो जाता है। ना कोई बात-चीत और ना ही रोमांस।
- सेक्स लाइफ का बेहतर ना होना :-आप चाहे ऑफिस में कितना ही बिजी हों। लेकिन बैडरूम में काम को ना लेकर जाएं। ऑफिस की टेंशन बैडरूम के बाहर छोड़ दें। बैडरूम में सिर्फ और सिर्फ प्यार और रोमांस की बातें ही होनी चाहिए । बैडरूम में अगर टेंशन रहेगा और सेक्स में संतुष्टि ना हुयी तो ये विवाहेतर सम्बन्ध बनने का सबसे बड़ा कारण होता है। इसलिए बैडरूम के रोमांस को कभी भी ना मत कहें। यदि आपका सेक्स सम्बन्ध सेहतमंद नहीं है तो आपका पार्टनर सेक्स और कहीं से पाने का प्रयास करेगा। असंतुष्ट सेक्स सम्बन्ध का कारण जानिये और उसका उपाय ढूंढिए।सेक्स लाइफ को इंट्रेस्टिंग और मजेदार बनाइये और इसमें हमेशा नयापन लाते रहें। दोनों की इच्छा अनुसार नया पोजीशन अपनाएं और सेक्सी व मजेदार खेल-खेलते रहें।
- पत्नी की उपेक्षा :-जीवनसाथी मतलब लाइफ पार्टनर जिसके साथ जीवन के हर सुख-दुःख,हर फैसले,हर समस्या को साझा करना होता है क्योंकि वो आप की अर्धांगिनी है यानि आधा अंग। चाहे वो पैसे से जुड़ा कोई मामला ही क्यों ना हो। इन सब मामलों में अगर उन्हें शामिल नहीं करेंगे तो कई बार वे बुरा भी मान जाते हैं। यही समस्या यदि कई सालों तक चलता रहे तो वो अपने आपको उपेक्षित महसूस करने लगती हैं। कई मामलों में ये विवाहेतर सम्बन्ध तक भी बात चली जाती है।
- पति से बदला लेने के लिए :-अगर पति अभी भी अपने पुराने गर्लफ्रेंड से बात करता है तो, पत्नी को विवाहेतर सम्बन्ध का शक होने लगता है। चाहे पति का कितना स्वस्थ रिश्ता क्यों ना हो। पत्नी को लगता है की पति उसे धोखा दे रहा है। पूछने पर सही बात बताने पर उसे और ज्यादा शक हो जाता है। कई बार महिलायें गुस्से में पति से बदला लेने के लिए भी विवाहेतर सम्बन्ध बना लेती हैं। अच्छा यही है की अपने पुराने रिश्ते से दूरी बनाये रखें।
- लाइफ को रोमांचक बनाने के लिए :-कई महिलाएं तो सिर्फ मजे के लिए ही विवाहेतर सम्बन्ध बना लेती हैं। जबकि उनके पास हर चीज होता है। पैसों की कमी नहीं,प्यार करने और उसे समझने वाला पति। आंखमूंदकर विश्वास करने वाला हस्बैंड। क्योंकि “छुप-छुप कर मिलने में मिलने का मजा तो आता है “
विवाहेतर सम्बन्ध भले ही कुछ देर के लिए रोमांचक होता है। लेकिन जब ऐसे रिश्तों का खुलासा होता है तो, कई रिश्ते टूट जाते हैं या टूटने के कगार पर आ जाते हैं। भले ही बच्चों की भविष्य की खातिर दोंनो लग नहीं हो पाते, लेकिन फिर कभी आप पति का भरोसा नहीं जीत सकते। ऊपर दिए गए कोई ऐसा कारण नहीं है जिसका हल ना ढूंढा जा सके। अगर दोनों मे से किसी को कोई समस्या है तो शांति से इस पर बात करिए, बजाये समस्या हल बाहर ढूंढने के। ये कोई ऐसा घाव नहीं जिसे भरा न जा सके। लेकिन विवाहेतर सम्बन्ध किसी भी मामले में ठीक नहीं हैं। अगर आपसे हल नहीं हो पा रहा है तो, काउंसलर की मदद ले सकते हैं। वो आपके बीच आयी गलत फहमी को आसानी से दूर कर सकता है।